महालोग
महालोग आपके सम्राज्य का अमीर-उमरा और शासक-वर्ग हैँ। हर सम्राज्य के अपने महालोग हैँ - सम्राट, कुलीन और शाही दरबार, जो विभिन्न अधिकारी काम करते हैँ। ये लोग जन्म लेते हैँ और मरते हैँ और उनके स्थान पर नये निकलते हैँ। महल की इमारत में आप अपने सब महालोगोँ को देख सकते हैँ, वे निश्चित पदोँ पर नियुक्त सकते हैँ ताकि वे आपके सम्राज्य के सैन्य और आर्थिक विकास की मदद देँ और उन को घर बसा सकते हैँ, ताकि आप दूसरे खिलाड़ी से राजवंशीय ब्याह करेँ।
अध्ययन चिकित्सा-शास्त्र महालोगोँ के जीवंत का दौरान बढ़ाता है।
सम्राट का परिवार
हर प्रयोक्ता स्वतः उत्पन्न सम्राट के परिवार से युग शुरू करता हि। उस में सम्राट, सम्राज्ञी, उत्तराधिकारी और शिशु हैँ। हरेक खिलाड़ी के सम्राट के परिवार के पास वंश-वृक्ष है, जिस में 4 पीढियाँ शामिल हैँ और सम्राट और सम्राज्ञी के सीधी औलाद शामिल है - बच्चे, पोता और पर पोता। सम्राट के वंश-वृक्ष के सदस्य अन्य प्रयोक्ता के वंश-वृक्ष के सदस्योँ से या उसके शाहि दरबर से कूलिनोँ से ब्याह कर सकते हैँ, यानि दोनोँ भिन्न सम्राज्योँ के महेलोगोँ में से ब्याह संभव है।
सम्राट्
- महालोगोँ में से सब से महा सम्राट है और वह सम्राज्य का शासक है। सम्राज्य के सरदार होने के बावजूद वह अन्य पदोँ पर भी हो सकता है। वह युग की शोरू से राजधानी का राज्यपाल है और यह उस को अनुभाव के अंक देता है। इस पद पर उस को नियुक्त करने की आवश्यकता नहीँ है और उस पद से उस को आप हटा नहीँ सकते हैँ। सम्राट भी रक्षक या आक्रमण में सेनापति हो सकता है। वह किसी भी प्रदेश/उपनिवेश या सैनिक स्थान के रक्षक सेनापति हो सकता है। वह दूसरी प्रयोक्ते पर आक्रमणकारी मुहिम में भेजा जा सकता है। इन पदोँ पर नियुक्त होकर वह ये बोनस पाता है, जो सम्राज्य में कोई भी नहीँ पाता है।
- सम्राट के पास कई राज्यपाल की निपूणताएँ हैँ, जो सिर्फ उसकी हैँ और किसी भी अन्य राज्यपाल के पास नहीँ हो सकती हैँ। सम्राट के पास एक और विशेषता हो सकती है - अकिर्तिकर, जो सिर्फ उसके पास हो सकती है। वह एक बार से ज़्यादा प्राप्त की जा सकती है और उसका असर जमाया जाता है। यह विशेषता विरासत में पायी नहीं जाती है और राजवंशीय ब्याह भंग करने के करण शांति-संधि भंग करने की स्थिति में प्राप्त हो जाती है।
- सम्राट नित्य नहीँ रह सकता है और जल्द या देर किसी को उसका उत्तराधिकारी होना चाहिए। उत्तराधिकारिणी भी सम्राज्ञी हो जा सकती है। उत्तराधिकारी/उत्तराधिकारिणी का चुनाव सिस्टम से स्वतः या खिलाड़ी से स्वरचित रूप से किया जाता है।
- सम्राट मारा जा सकता है, यानि राज्यविप्लव हो जा सकता है और नया सम्राट नियुक्त हो सकता है। इस स्थिति में खिलाड़ी ने सम्राट मारने का फ़ैसला किया है, ताकि तख़्त जल्द विरासत में पाया जाए।
तख़्त का तरका
जब सम्राट मर जाए, तो उत्तराधिकारी के लिए स्वतः उसका पहला बच्चा चुनाव किया जाए, लेकिन आप सम्राज्ञी, पर पोतोँ में से एक, कूलिनोँ में से एक या सम्राट के अन्य रिश्तेदारोँ में से एक तख़्त पर बिठा सकते हैँ। उत्तराधिकारी भी सिस्टम से स्वत: चुनाव किया जा सकता है। कूलिनोँ में से या सम्राट के अन्य रिश्तेदारोँ में से उत्तराधिकारी के चुनाव की स्थिति में वंश-वृक्ष में बदल हों (सम्राट के परिवार के अन्य सदस्य के चुनाव की स्थिति के बावजूद)। उत्तराधिकारी के पास एक आनुवंशिक बिशेषता, जो सिर्फ उसकी और किस भी नहीँ की हो सकती है।
स्वतः रूप का तरका
- अगर सम्राट जीवित हो, लेकिन उसके पास कोई जीवित बच्चे नहीँ और जीवित पोता व पर पोता होँ, तो सिस्टम से बतरतीब रूप से सम्रात के पोतोँ व पर पोतोँ में से एक उत्तराधिकारी के लिए चुनाव किया जाए।
- अगर सम्राट मर जाए और उसके पास बच्चे होँ, तो उसका पहला बेटा या पहली बेटी सम्राट/सम्राज्ञी हो जाए और अपने/अपनी ब्याहता के साथ वंश-वृक्ष के शिखर में खिसके।
- अगर सम्राट मर जाए, लेकिन उसके पास कोई बच्चे नहीँ, तो तब उसका उत्तराधिकारी स्वतः उसका सब से बुढ़ा भाई या सब से बुढ़ी बहन हो जाए। वह अपने/अपनी ब्याहता के साथ वंश-वृक्ष के शिखर में खिसके।
- अगर सम्राट मर जाए, लेकिन उसके पास कोई बच्चे, भाई और बहन नहीँ, तो तब उसका उत्तराधिकारी सम्राट के परिवार के अन्य रिश्तेदार की सूची से बेतरतीब रूप से चुनाव किया जाए।
- अगर सम्राट और उत्तराधिकारी मर जाएँ और उसका एकही रिश्तेदार उसकी मृत्यु के पहले राजवंशीय ब्याह करने के लिए अन्य सम्राज्य भेजा गया हो, तो सम्राट का नया परिवार उत्पन्न हो जाए। भेजे गये रिश्तेदार की निम्निलिखित संभावनाएँ हैँ:
- अगर ब्याह का पैग़ाम अस्वीकृत हो, तो भेजा गया रिश्तेदार गुम जाए और सम्राज्य में वापस नहीँ जाए।
- अगर ब्याह का पैग़ाम स्वीकृत हो, महा आदमी के स्वदेश में कोई जीवित रिश्तेदार नहीँ रहने के बवजूद, राजवंशीय शांति-संधि पर अभी भी हस्तक्षर किया जाए।
- अगर बच्चोँ, भाइयोँ और बहनोँ के बिना मर गये सम्राट के उत्तराधिकारी के लिए उत्तराधिकारी के बिना महा आदमी चुनाव किया गया हो (जिसके पास कोई बच्चे, पोते, भाई या बहन नहीँ हैँ), तो तब उसका उत्तराधिकारी सम्राट के परिवार के अन्य रिश्तेदार की सूची से बेतरतीब रूप से चुनाव किया जाए।
स्वरचित तरका
- अगर सम्राट मर जाए और खिलाड़ी उत्तराधिकारिनी के लिए उसकी पत्नी - सम्राज्ञी का चुनाव किया हो और विपरीतता से - अगर सम्राज्ञी मर जाए और खिलाड़ी उत्तराधिकारी के लिए उसके पति का चुनाव किया हो, तो सम्राट/सम्राज्ञी एक और बार ब्याह नहीँ कर सकता/सकती है। वह अपनी मृत्यु तक विधवा/विधुर रहे।
- अगर सम्राट मर जाए और खिलाड़ी उत्तराधिकारी के लिए उसके बच्चे से विवाहित कूलिन का चुनाव किया हो, तो इस स्थिति में खानदान का नाम बदले और कूलिन नया सम्राट हो।
सम्राट के परिवार के अन्य रिश्तेदार
सम्राट के बदल के कारण महालोगोँ के समाज में भी बदल होंगे। मर गये या खारिज़ किये गये सम्राट के सब रिश्तेदार महल की एक विशिष्ट सूची में खिसकाये जाते हैँ - सम्राट के परिवार के अन्य रिश्तेदार।
- अगर वे विवाहित थे और उसके पति/पत्नी मर है, तो वे फिर विवाहित नहीँ हो सकते हैँ। सब अन्य जो अविवाहित हैँ विवाहित हो सकते हैँ।
- उनके बच्चे नहीँ हो सकत हैं।
- वे सम्राट का टैकट होने के लिए चुनाव किये जा सकते हैँ।
- वे सेनापति या राज्यपाल के पद पर नियुक्त हो सकते हैँ।
राजवंशीय ब्याह
16 साल की ऊम्र पर हर महा आदमी किसी से ब्याह कर सकता है और उसके पास अधिकतम 4 बच्चे उत्पन्न हो सकते हैँ। सम्राट के वंश-वृक्ष के सदस्य एक दूसरे से और सम्राट के परिवार के अन्य रिश्तेदारोँ की सूची से महालोगोँ से ब्याह नहीँ कर सकते हैँ। किये गये ब्याह आख़िरी हैँ, जिसका मतलब है कि जब प्रयोक्ता एक महा आदमी को दूसरे से सगाई डलवाए, तो यह ब्याह भंग समाप्त नहीँ हो सके। अगर पति/पत्नी मर जाए, तो जीवित ब्याहता विधवा/विधुर की स्थिति पाए और एक बार विवाहित नहीँ हो सके।
उनके चित्र पर क्लिक करने द्वारा आप देखेंगे, कि ये महालोग, जिनकी ऊम्र ब्याह करने के लिए काफ़ी है, पीले रंग में रंजित हैँ और ये महा लोग, जिन से वे ब्याह कर सकते हैँ, नीले रंग में रंजित हैँ। राजवंशीय ब्याह का मतलब हे है दोनों सम्राजोँ के बीच मेँ शांति-संधि सक्रिय है और उन को एक दूसरे पर आक्रमण या जासूसी करना नहीँ चाहिए।
हर प्रयोक्ता अन्य सम्रायोँ में ब्याह करने के लिए महालोग भेज सकता है। ऐसे ब्याह करने का मतलब है, कि दोनोँ सम्राज्योँ के बीच में राजवंशीय शांति-संधि होगी और उन के बीच संबंध ज़्यादा मज़बूत होगा। अन्य सम्राज्योँ में ये महालोग भेजे जा सकते हैँ, जो अविवाहित हैँ, पक्व हैँ, विवाहित कभी नहीँ थे, सम्राज्य के बाहर मुहिम पर नहीँ हैँ, संसाधनोँ द्वारा अनुभव के स्तरोन्नयन का प्रशिक्षण लेनेवाले नहीँ हैँ और राज्यपाल या सेनापति के पद पर नियुक्त नहीँ हैँ। उन को भी सम्राट के वंश-वृक्ष से या सम्राट के परिवार के अन्य रिश्तेदार की सूची में होना चाहिए। सम्राट और उसका उत्तराधिकारी अन्य सम्राज्य मेँ ब्याह नहीँ कर सकते हैँ।
एक प्रयोक्ता अन्य खिलाड़ी के सम्राज्य में N महालोग भेज सकता है, अगर ब्याह के उम्मीदवार के लाइन में रिक्त स्थान होँ। ब्याह के उम्मीदवार के लाइन में 3 स्थान हैँ। ब्याह के इनकार की स्थिति में दोनोँ सम्राज्योँ के बीच महालोग भेजना अगले 3 घंटोँ के लिए बंद है। खिलाड़ी ब्याह के पैग़ाम की उपेक्षा भी कर सकता है। यह निष्क्रिय प्रक्रिया है, जिसका मतलब है कि खिलाड़ी को कुछ भी करने की आवश्यकता नहीँ है। ब्याह उपेक्षित के रूप में मनाया आता है, जब वह भेजने के बाद 3 घंटोँ के दौरान स्वीकृत या इनकार किया गया नहीँ हो। निष्क्रिय उपेक्षा के नतीजे में दोनोँ सम्राज्योँ के बीच राजवंशीय ब्याह अगले 3 घंटोँ के लिए बंद हैँ।
दोनोँ सम्राज्योँ के बीच शांति-संधि शांत प्रकार से तब समाप्त हो जाए, जब अन्य सम्राज्य में भेजे गये महालोग और उनकी औलाद मर जाए। शांति-संधि समाप्त होने के लिए ऐसे आदमी के सब रिश्तेदारोँ को मरना चाहिए। शांति-संधि समाप्त होने की स्थिति में, पुरुषार्थ पर डंड लगाया नहीँ जाता है और सम्राट विशिष्ठता "अकिर्तिकर" नहीँ प्राप्त करता है।
राजवंशीय ब्याह को भंग करेँ
दोनों सम्राज्योँ के बीच जासूसी या आक्रमण के कारण शांति-संधि भंग की जाती है। इस सम्राज्य जिस ने आक्रमण भेजकर या जासूसी करके शांति भंग किया उस के निम्नलिखित पश्च-प्रभाव होंगे:
- राजवंशीय शांति-संधि भंग करनेवाला प्रयोक्ता -10 हौसले का डंड पाता है।
- शांति-संधि भंग करनेवाले सम्रात को विशिष्ठता "अकिर्तिकर" मिलती है और वह उसके प्रोफ़ाइल में उसकी मृत्यु तक रहती है;
अगर प्रयोक्ता A ने राजवंशीय शांति-संधि प्रयोक्ता B से की और प्रयोक्ता A असफल रूप से प्रयोक्ता B की जासूसी करने की कोशिश करे, तो B कोई डंड के बिना राजवंशीय शांति-संधि भंग कर सके, क्योंकि उस ने शुरू नहीँ किया है। जब B А से राजवंशीय शांति-संधि भंग करे, А समुचित नतीजा भुगते - पुरुषार्थ के 10 अंकोँ की हानि और अपने सम्राट के प्रोफ़ाइल में विशिष्ठता "अकिर्तिकर"।
प्रयोक्ता A और प्रयोक्ता B ने राजवंशीय ब्याह किया। A B की जासूसी करता है और B के सम्राज्य में सफलता से जासूस घुसाता है। B काउंटर जासूसी के टैब में A के जासूस देखता है और काउंटर जासूसी के बटन दबाकर राजवंशीय ब्याह समाप्त करता है। समुचित डंड A पर लगाया जाता है।
प्रयोक्ते आक्रमणकारी के टैब में आक्रमणकारी को स्वाद चखा सकते हैँ। आक्रमणकारी पर पहला आक्रमण पुरुषार्थ पर डंड नहीं देता है। ख़्याल रखिए कि लूट-पाट पर पुरुषार्थ के 4 अंकों का डंड हमेशा दायर है।
कूलिन
कूलिन शाही दरबार से महालोग हैँ, जो समाज या लड़ाई में प्रतिष्ठित हुए। वे शाही दरबार में प्रवेश कर सकते हैँ, अगर इस से पहले खिलाड़ी से स्वीकृत होँ। दर्बार में ऐसे प्रकार के कूलिनोँ के लिए 8 स्थान हैँ। जब खिलाड़ी का महल नीचे स्तर पर हो, तो खिलाड़ी कूलिनोँ की परिमित संख्या शामिल कर सकता है। हर स्तर एक नया कूलिन शामिल करने देता है। कूलिन भंग हो जा सकते हैँ, ताकि नये कूलिनोँ के लिए रिक्त स्थान हो। महल के स्तर के बावजूद प्रयोक्ता शाहि दरबार से सदस्योँ को ख़ारिज़ दे सकता है (शाहि दरबार में सब स्विकृत कूलिन) और ताकि वह नये सदस्योँ के लिए रिक्त स्थान खोल सकता है। अगर प्रयोक्ता 5 घंटोँ तक प्रस्तुत कूलिन का स्वीकार नहीँ करे, तो वह शाही दरबार की खिड़की से गुप्त हो जाए।
कूलिन सम्राट के परिवार के सदस्योँ से ब्याह कर सकते हैँ। जब एक कूलिन सम्राट के वंश-वृक्ष के सदस्य से ब्याह करे, तो वह सम्राट के परिवार में शामिल हो जाए और सम्राट के आधिकारी के रूप में चुनिंदा हो सके। शाही दरबार से कूलिन सम्राट के उत्तराधिकारी नहीँ हो सकते हैँ।
सम्राज्य में सामान्य नागरिकोँ के पास कूलिन होने की संभावना है। नये कूलिन शामिल करने के लिए सिस्टम से स्वत: प्रस्ताव हैँ। निवल अंकोँ x2 के क्षेत्र में सक्रिय खिलाड़ी के विरूद्ध हर विजीत लड़ाई के बाद नया कूलिन - पुरुष या महिला - उत्पन्न होने की संभावना 25% है। निवल अंकोँ x2 के क्षेत्र के बाहर सक्रिय खिलाड़ी के विरूद्ध हर विजीत लड़ाई के बाद नया कूलिन - पुरुष या महिला - उत्पन्न होने की संभावना 3% है। स्वतंत्र नगर के विरूद्ध हर विजीत लड़ाई के बाद नया कूलिन - पुरुष या महिला - उत्पन्न होने की संभावना 3% है। हर 12 घंटोँ में सिस्टम से नया कूलिन - पुरुष या महिला - उत्पन्न होने की संभावना 3% है।
कुलीनोँ का कमरा
एक स्थान, जहाँ से आप शाही दरबार के नये सदस्य प्राप्त कर सकते हैँ। वह स्क्रीन के ऊपरी भाग में और शराबखाने में भी स्थित है। वह निम्नलिखित प्रकार से कार्य करता है:
• आप हीरोँ द्वारा संदूक ख़रीद सकते हैँ, जो गारंटी करते हैँ, कि आप महालोग प्राप्त करेँगे;
• कुलीनोँ की उम्र और जन्मजात प्रतिभाएँ बेतरतीब प्रकार से निश्चित हो जाती हैँ;
• संदूक जितने ज़्यादा अनोखा हो, तो इसी अप्राप्यता से कुलीन की आपकी संभावना इतनी ज़्यादा बड़ी है;
• यह संभव है कि आप छठी जन्मजात प्रतिभा से महा आदमी प्राप्त करेँ;
• कुलीनोँ के कमरे से सब ख़रीदे गये महालोग महल में कुलीनोँ के विभाग को जोड़ सकते हैँ। कुलीनोँ के विभाग में असीमित स्लॉट हैँ;
• कुलीनोँ के कमरे से कुलीन, जो ब्याह के उम्मीदवार हैँ, वंश-वृक्ष के नीचे कुलीनोँ के विभाग में स्थित हैँ।
महालोगोँ के नाम:
महालोगोँ के पास नाम और उपनाम हैँ, जो सिस्टम से स्वतःअ उत्पन्न हो जाते हैँ। ब्याह की स्थिति में महिला अपने पति का नाम लेती है। (सिर्फ अरबी दुनियाओँ में महिला अपने बाप का उपनाम आरक्षित करती है।) जब बच्चे उत्पन्न जाएँ, वे अपने बाप का उपनाम लेते हैँ। अगर सम्राट का उत्तराधिकारी उसका बेटा या कूलिन हो, तो उसके बच्चे सदा उसका उपनाम लें। अगर सम्राट की उत्तराधिकारिनी उसकी बेटी या कूलिनी हो और तख़्त पर बैठकर वह कूलिन या सम्राट के परिवार के सदस्य से शादि करे, तो उनके बच्चे उसकी उपनाम लें। अगर सक्राट की बेटी या कूलिनी उत्तराधिकारिनी होने और तख़्त पर बैठने के पहले कूलिन या सम्राट के परिवार के सदस्य से शादि करे, तो उनके बच्चे उसकी पति का उपनाम लें।
महल
महल यह इमारत है, वहाँ महालोग रहते हैँ। वह हर खिलाड़ी के सिर्फ राजधानी में निर्मित हो सकता है। इस इमारत में सम्राज्य के हर महा आदमी के बारे में सूचना है और पहले सम्राट का अभिलेखागार है। वहाँ भी महालोगोँ से दिये गये बोनस मौजूद हैँ। महल में आप राज्यपालोँ और सेनापति की नियुक्ति कर सकते हैँ, आप उनके उनके अनुभव के स्तर विकासित कर सकते हैँ, ब्याह आयोजित कर सकते हैँ और उत्तराधिकारी का चुनाव कर सकते हैँ। इमारत का आधारभूत कीमत 250 लकड़ी, 250 लोहा और 500 पत्थर है। अधिकतम संभव स्तर 30 है। हर स्तर शाही दरबार के सदस्योँ - कूलिनोँ - की अधिकतम संख्या 1 से बढ़ाता है। महल में खिलाड़ी अपने सम्राट के परिवार को उत्पन्न और विकासित कर सकते हैँ और कूलिनोँ को विभिन्न पदोँ पर नियुक्त कर सकते हैँ। हर महल में दो अतिरिक्त पक्ष निर्मित हो सकते हैँ: राज्यपाल का मुख्यालय और मुख्यालय।
राज्यपाल का मुख्यालय
राज्य्पालोँ के मुख्यालय के 1 स्तर के बाद हर स्तर प्रशिक्षण से प्राप्त अनुभव 5% से बढ़ा देता है। हर दोनोँ स्तर पर एक ज़्यादा महे आदमी का समानांतर प्रशिक्षण जायज़ है, यानि राज्य्पालोँ के मुख्यालय के 16 स्तर पर अधिकतम 8 महालोग समानांतर रूप से प्रशिक्षित हो सकते हैँ। अधिकतम स्तर 16 है। राज्य्पालोँ के मुख्यालय के पहले स्तर को महल के पहले स्तर की आवश्यकता है।
खेल के शुरू में सब राज्यपालोँ के पास अनुभव का पहला स्तर है और राज्यपाल के मुख्यालय का 0 स्तर हैँ। राज्यपाल अपने पद पर रखकर या भुगतान किये गये प्रशिक्षण द्वारा अनुभव का स्तर प्राप्त करते हैँ। अपने राज्यपालोँ को भुगतान किये गये प्रशिक्षण देने के लिए प्रयोक्ता को राज्यपाल के मुख्यालय की इमारत की आवश्यकता है। संस्कारण खिलाड़ी को महा आदमी के प्रशिक्षण के दौरान का चुनाव करने देता है (1 घंटे से 48 घंटोँ तक) और इस दौरान पर आधार पर वह अनुभव की निश्चित संख्या प्राप्त करेगा।
राज्यपाल
राज्यपाल एक महा आदमी है जो प्रदेश, उपनिवेश या व्यापारिक स्थान पर अधिकार करता है। हर महा आदमी सिर्फ एक प्रदेश, उपनिवेश या व्यापारिक स्थान का राज्यपाल हो सकता है। महा आदमी इस पद पर नियुक्त हो सकता है जब वह प्रौढ़ है। सम्राट जो तयशुदा रूप से राजधानी का राज्यपाल है, अन्य प्रदेश, उपनिवेश या व्यापारिक स्थान का राज्यपाल नहीं हो सकता है। राज्यपाल रक्षा में या आक्रमण में सेनापति के पद पर नियुक्त हो सकता है। एक ही महा आदमी एक विक्त एक ही प्रदेश या उपनिवेश राज्यपाल और रक्षा में या आक्रमण में सेनापति हो सकता है। वह भी एक रियासत का राज्यपाल और दूसरी के आक्रमण में सेनापति हो सकता है, लेकिन दो रियासतोँ का राज्यपाल या राज्यपाल और रक्षक सेनापति कभी नहीँ हो सकता है। इस पद पर अनुभव नियुक्ति से जमा किया जाने लगता है। राज्यपाल होने की अवधि के लिए राज्यपाल अंक प्राप्त करते हैँ। एक अनुभव अंक 0.3 मिनट के लिए प्राप्त किया जाता है। राज्यपाल का अधिकतम अनुभव 20 है। सम्राट को इस हद पर बोनस है - उसके अनुभाव का अधिकतम स्तर 30 है।
नोट: महा आदमी सिर्फ इस पद पर रखकर रज्यपाल का अनुभव प्राप्त करता है। अगर खिलाड़ी ने उस को इस पद पर नियुक्त नहीँ किया है या इस समय मैँ महा आदमी लड़ाइयाँ लड़ा है, यह अनुभव जमाया नहीँ जाता है।
मुख्यालय
मुख्यालय के 1 स्तर के बाद हर स्तर प्रशिक्षण से प्राप्त अनुभव 5% से बढ़ा देता है। हर दोनोँ स्तर पर एक ज़्यादा महे आदमी का समानांतर प्रशिक्षण जायज़ है, यानि मुख्यालय के 16 स्तर पर अधिकतम 8 महालोग समानांतर रूप से प्रशिक्षित हो सकते हैँ। अधिकतम स्तर 16 है। मुख्यालय के पहले स्तर को महल के पहले स्तर की आवश्यकता है।
खेल के शुरू में सब सेनापति के पास अनुभव का पहला स्तर है और मुख्यालय का 0 स्तर हैँ। सेनापति अपने पद पर रखकर या भुगताम किये गये प्रशिक्षण द्वारा अनुभव प्राप्त करते हैँ। अपने सेनापति को भुगतान किये गये प्रशिक्षण देने के लिए प्रयोक्ता को मुख्यालय की इमारत की आवश्यकता है। संस्कारण खिलाड़ी को महा आदमी के प्रशिक्षण के दौरान का चुनाव करने देता है (1 घंटे से 48 घंटोँ तक) और इस दौरान पर आधार पर वह अनुभव की निश्चित संख्या प्राप्त करेगा।
सेनापति
सेनापति के पद पर नियुक्त होने के लिए महा आदमी को पक्व होना चाहिए। सेनापति की दो विधियाँ हैँ:
- आक्रमणकारी सेनापति - दूसरे प्रदेशोँ, उपनिवेशोँ या सैनिक स्थानोँ पर आक्रमण के दौरान सेना का नेता। हर महा आदमी एक विक्त सिर्फ एक रियासत का आक्रमणकारी सेनापति हो सकता है। जब आक्रमणकारी सेनापति दुर्ग के घेरे में, लड़ाई में या लूट-पाट में निर्जित हो, तो 5% की संभावना हो, कि वह मारा जाए। सम्राट कोई उपवाद नहीँ है और वह भी आक्रमणकारी सेनापति के पद पर नियुक्त हो सकता है। जब आक्रमणकारी सेनापति के पद पर नियुक्त सम्राट दुर्ग के घेरे में, लड़ाई में या लूट-पाट में निर्जित हो, तो 1% की संभावना हो, कि वह मारा जाए। आक्रमण भेजकर प्रयोक्ता आक्रमणकारी सेनापति नियुक्त कर सकता है। यह सेनापति सिर्फ इस आक्रमण में हिस्सा लेता है और अगले आक्रमण के लिए प्रयोक्ता फिर आक्रमणकारी सेनापति नियुक्त करता है। यह पद स्थितिशील नहीँ है और सिर्फ आक्रमण के दौरान मौजूद है। एक आक्रमण में सिर्फ एक आक्रमणकारी सेनापति हो सकता है। एक महा आदमी सिर्फ एक आक्रमण में आक्रमणकारी सेनापति हो सकता है। एक महा आदमी एक वक़्त एक प्रदेश, उपनिवेश या सैनिक स्थान का राज्यपाल और आक्रमणकारी सेनापति हो सकता है। वह भी एक स्थान का रज्यपाल और दूसरे का आक्रमणकारी सेनापति हो सकती है, लेकिन एक वक़्त दो आक्रमण में कभी नहीँ शामिल हो सकता है।
- रक्षक सेनापति - आक्रमित राजधानी, प्रदेश, उपनिवेश या सैनिक स्थान की सेना का नेता। हर महा आदमी एक विक्त सिर्फ एक प्रदेश, उपनिवेश या सैनिक स्थान का रक्षक सेनापति हो सकता है। जब रक्षक सेनापति दुर्ग के घेरे में, लड़ाई में या लूट-पाट में निर्जित हो, तो 1% की संभावना हो, कि वह मारा जाए। प्रयोक्ता रक्षक सेनापति के पद पर महालोग नियुक्त कर सकते हैँ, ताकि वे एक प्रदेश, उपनिवेश या सैनिक स्थान की रक्षा कर सकते हैँ। हर महा आदमी, जो प्रौढ़ है (16 साल), रक्षक सेनापति के पद पर नियुक्त हो सकता है। सम्राट कोई उपवाद नहीँ है और वह भी रक्षक सेनापति के पद पर नियुक्त हो सकता है। जब रक्षक सेनापति के पद पर नियुक्त सम्राट दुर्ग के घेरे में, लड़ाई में या लूट-पाट में निर्जित हो, तो 0% की संभावना हो, कि वह मारा जाए। नियुक्त सेनापति सदा अपनी नियुक्ति के स्थान पर भेजे गये आक्रमण में शामिल हैँ। अगर प्रयोक्ता नहीँ चाहता है, कि उसका सेनापति लड़ाई में नहीँ लड़े, तो उस को सनापति पद से हटाना चाहिए। अगर कोई रक्षक सेनापति नियुक्त नहीँ हो, तो लड़ाई आम तौर पर हो जाती है, रक्षक सेनापति के बोनस के असर के बिना।
एक प्रदेश, उपनिवेश या सैनिक स्थान में सिर्फ़ एक रक्षा में सेनापति नियुक्त हो सकता है। एक आदमी एक वक्त एकही प्रदेश या उपनिवेश का राज्यपाल और रक्षा में सेनापति हो सकता है। वह एक स्थान में राज्यपाल और दूसरे में रक्षा में सेनापति नहीँ हो सकता है, और दोनोँ स्थानोँ में रक्षा में सेनापति भी नहीँ हो सकता है
राज्यपाल और सेनापति के बोनस सिर्फ इस रियासत पर असर डालते हैँ, जहाँ महा आदमी राज्यपाल या सेनापति के पद पर नियुक्त है।
एक महा आदमी एक वक्त रक्षा में सेनापति और आक्रमण में सेनापति हो सकता है। हालाँकि अगर वह मुहिम पर भेजा गया हो और इस वक्त उस से सुरक्षित प्रदेश/उपनिवेश/सैन्य स्थान आक्रमित हो, वह लड़ाई में भाग नहीँ ले और इस के कारण बहाँ की सेना उसकी निपूणताओँ से बोनस नहीँ प्राप्त करे।
एक महा आदमी एक विक्त सिर्फ एक रियासत का राज्यपाल और रक्षक सेनापति हो सकता है और दो अलग रियासतोँ का राज्यपाल और आक्रमण में सेनापति हो सकता है। इस स्थिति में जब तक वह आक्रमण में सेनापति हो और आक्रमण की मुहिम पर हो, तब तक इस रियासत जहाँ वह राज्यपाल है, राज्यपाल से बोनस नहीँ प्राप्त करे। जब तक वह आक्रमण में सेनापति हो और आक्रमण की मुहिम पर हो, इस स्रियासत की सेना, जहाँ वह रक्षक सेनापति है, रक्षक बोनस नहीं प्राप्त करे। आक्रमण के दौरान उसके बोनस सिर्फ आक्रमणकारी सेना प्राप्त करेगी। आक्रमण के अंत के बाद जब महा आदमी वापस जाता हो, तो उसके राज्यपाल के और रक्षक बोनस फिर प्रभावी होँ।
जब प्रयोक्ता आक्रमण भेजनेवाला है, तो तयशुदा रूप से उसका सब से अनुभवित और शक्तिशाली सेनापति आक्रमण के टैब में चुनिंदा है। अगर प्रयोक्ता स्वरचित अन्य सेनापति का चुनाव नहीँ करे, तो वह लड़ाई में अपने सब से शक्तिशाली सेनापति भेज दे।
सेनापति का अनुभव
क्षेत्र x2 खिलाड़ी, स्वतंत्र नगरोँ और बर्बरोँ के निवेश के विरूद्ध हर लड़ाई सेनापति के पद पर नियुक्त् महा आदमी को अनुभव देती है।
- हर लड़ाई में दोनोँ आक्रमणकारी सेनापति और रक्षा में सेनापति के लिए प्राप्त करने के लिए अनुभव के अंकोँ की निश्चित संख्या परिगणित हो जाती है। लड़ाई की समाप्ति के बाद जायक अनुभव की अपनी संख्या के 100% प्राप्त करता है और निर्जित सेनापति अनुभव की अपनी संख्या के सिर्फ 40% प्राप्त करता है
- खिलाड़ी के बीच में निवल अंकोँ का अंतर बहुत महत्त्वपूर्ण है: जितना ज़्यादा कमज़ोर आपका शत्रु हो, अनुभव के इतने कम अंक आप प्राप्त करेँ और विलोमक्रम से
- सेनापति के स्तरोँ में अंतर भी परिगणित है: अगर आपका नया सेनापति लड़ाइयोँ में बुझने विरोधी सयाने सेनापति के विरूद्ध जायक हो, तो आपका महा आदमी इस अनुभव से बहुत सिख ले
- सेना का परिमाण महत्त्वपूर्ण है: जितनी ज़्यादा बड़ी दोनोँ सेना होँ, इतना ज़्यादा अनुभव फैला जाए।
सेनापति लड़ाई में अनुभव प्राप्त करे अगर आक्रमित स्वतंत्र नगर या बर्बरोँ के निवेश की सेना के सोने का तुल्यंक (गुणे 2 नहीँ, आधारभूत) खिलाड़ी के निवल् अंक (लड़ाई से पहले) गुणे 1,5 बराबर हो। यानी सेनापति का अनुभव इसी तरह परिगणित किया जाता है: स्वतंत्र नगर या बर्बरोँ के निवेश की सारी सेना के सोने के तुल्यंक (स.त.) को खिलाड़ी के निवल अंकोँ से गुणा करेँ।
एक सेनापति निश्चित स्वतंत्र नगर के विरूद्ध सफल लड़ाई के लिए अनुभव के अंक सिर्फ एक बार प्राप्त करता है। इसका मतलब है कि अगर वही सेनापति इसी स्वतंत्र नगर के विरूद्ध दूसरी या क्रमवाकचक लड़ाई करे, तो वह अनुभव के अंक नहीँ प्राप्त करे। अगर अन्य सेनापति इसी स्वतंत्र नगर के विरूद्ध लड़ाई करे, तो वह अनुभव के अंक प्राप्त करे, क्योंकि उस के विरूद्ध यह उसकी पहली लड़ाई हो। हालाँकि इस रियासत के विरूद्ध दूसरी या क्रमवाकचक लड़ाई के लिए वह अनुभव के अंक नहीँ प्राप्त करे। एक सेनापति कई भिन्न स्वतंत्र नगरोँ पर फ़तह कर सकता है और तब हर विजय के बाद वह अनुभव के अंक प्राप्त करेगा।
महल में हर महा आदमी राज्यपाल और सेनापति के पदोँ के लिए अनुभव के अंक प्राप्त करता है। दोनोँ पदोँ के लिए अनुभव अंकोँ में परिगणित है। जितने ज़्यादा अंक मौजूद होँ, अनुभव का स्तर इतना ऊँचा हो। दोनोँ पदोँ से हर एक के पास 20 स्तर हैँ और हर स्तर के लिए अंकोँ की निश्चित संख्या आवश्यक है। एकही अपवाद सम्राट है, जिसके लिए दोनोँ पदोँ के 30 स्तर मौजूद हैँ।
जब एक महा आदमी पक्व हो, उसके पास सेनापति और राज्यपाल के पहले स्तर हैँ, जो खिलाड़ी को हर पद के लिए एक निपूणता का चुनाव करने देता है। इस के बाद स्तरोन्नयन संभव है, जब यह आदमी समुचित पद पर नियुक्त हो। हर अगला स्तर एक और निपूणता खोलने की संभावना देता है। सेनापति का स्तरोन्नयन सेनापति की एक नयी निपूणता खोलता है और राज्यपाल का स्तरोन्नयन राज्यपाल की एक नयी निपूणता खोलता है।
एक महा आदमी को अनुभव के दूसरे स्तर पर चढ़ने के लिए अनुभव के 200 अंक आवश्यक हैँ। इस इबारत के नीचे स्थित कोष्ठक में अनुभव के आवश्यक अंक दिखाये गये हैँ। राज्यपाल के पद पर हर 0.3 मिनट अनुभव का एक अंक प्राप्त गया है।
अनुभाव सेनापति / राज्यपाल | ||
---|---|---|
स्तर | महालोग | सम्राट् |
1 | 0 | 0 |
2 | 200 | 200 |
3 | 465 | 422 |
4 | 795 | 666 |
5 | 1 190 | 932 |
6 | 1 650 | 1 220 |
7 | 2 175 | 1 530 |
8 | 2 765 | 1 862 |
9 | 3 420 | 2 216 |
10 | 4 140 | 2 592 |
11 | 4 925 | 2 990 |
12 | 5 775 | 3 410 |
13 | 6 690 | 3 852 |
14 | 7 670 | 4 316 |
15 | 8 715 | 4 802 |
16 | 9 825 | 5 310 |
17 | 11 000 | 5 840 |
18 | 12 240 | 6 392 |
19 | 13 545 | 6 966 |
20 | 14 915 | 7 562 |
21 | - | 8 180 |
22 | - | 8 820 |
23 | - | 9 482 |
24 | - | 10 166 |
25 | - | 10 872 |
26 | - | 11 600 |
27 | - | 12 350 |
28 | - | 13 122 |
29 | - | 13 916 |
30 | - | 14 732 |
अनुभव का चुकता स्तरोन्नयन
खिलाड़ी सेनापति और राज्यपालोँ के अनुभव के स्तरोन्नयन के लिए भुगतान कर सकते हैँ। चुकता स्तरोन्नयन महल में हो जाता है।
संस्कारण खिलाड-ई को प्रशिक्षण की अवधि के चुनाव करने देता है (1 और 48 घंटोँ के बीच में) और इस अवधि के अनुसार वह अनुभव के अंकोँ की निश्चित संख्या प्राप्त करेगा (नीचे के कोष्ठक में लिखित है)। मुख्यालय/राज्य्पालोँ के मुख्यालय के पहले स्तर के बाद हर स्तर प्रशिक्षण से प्राप्त अनुभव 5% से बढ़ा देता है। मुख्यालय/राज्य्पालोँ के मुख्यालय के हर दोनोँ स्तर पर एक ज़्यादा महे आदमी का समानांतर प्रशिक्षण जायज़ है, यानि राज्य्पालोँ के मुख्यालय के 16 स्तर पर अधिकतम 8 महालोग समानांतर रूप से प्रशिक्षित हो सकते हैँ।
घंटे अनुभव
1 25
2 35
4 55
8 80
12 90
24 135
48 200
(ये आधारभूत मूल्य हैँ रफ़्तार x1 के लिए हैँ और उन को दुनिया की रफ़्तार से गुणा होना चाहिए।)
एक महा आदमी राज्यपाल या सेनापति के पद पर नियुक्त होने के बिना इस पदोँ के लिए प्रशिक्षित हो सकता है। इस स्थिति में स्तरोन्नयन सिर्फ चुकता रूप से संभव है, क्योँकि जब महा आदमी पद पर नियुक्त नहीँ है, वह कोई भी अनुभव के अंक नहीँ प्राप्त करता है। राज्यपाल या सेनापति का स्तरोन्नयन उनके व्यवसाय नहीँ रोकता है। जब राज्यपाल प्रशिक्षण लेनेवाला है, वह अपने पद पर रहनेवाला है और प्रदेश निश्चित बोनस अभी भी पानेवाला है। जब रक्षा में सेनापति प्रशिक्षण लेनेवाला है, वह अपने प्रदेश को सुरक्षित करनेवाला रहता है और विरोधी आक्रमण की स्थिति में उसकी रक्षा में भाग लेनेवाला है। प्रशिक्षण लेनेवाला सेनापति आक्रमणकारी मुहिम पर भेजा जा सकता है और यह प्रशिक्षण रोका नहीँ होगा। प्रशिक्षण लेनेवाले सेनापति या राज्यपाल अन्य सम्राज्य में ब्याह करने के लिए नहीँ भेजे जा सकते हैँ। प्रशिक्षण हीरोँ द्वारा घटाये जा सकते हैँ और 1 घंटे से कम बाकी समय के लिए कीमत 850 हीरे है।
प्रतिभाएँ
हर महा आदमी के पास 1 से 4 तक भिन्न प्रकार की जन्मजात विशिष्टताएँ हो सकती हैँ, जो प्रतिभाएँ कहलाती हैँ। हर महा आदमी अपने जन्म पर अपनी माँ से एक प्रतिभा प्राप्त करता है और अपने बाप से भी एक प्रतिभा प्राप्त करता है। माता-पिता की प्रतिभाएँ बेतरतीब रूप से विरासत में पायी जाती हैँ। ज़्यादा प्रतिभाओँ का बच्चा उत्पन्न होनी की संभावना महल के स्तरोँ के विकास से बढ़नेवाली है। महा आदमी के पास ये दोनोँ प्रतिभाएँ जन्म से मृत्यु तक रहेंगी - वे बदली नहीँ जा सकती हैँ। सम्राट एक और विशेषता प्राप्त कर सकता है - अकिर्तिकर। वह शांति-संधि भंग करने की स्थिति में पायी जाती है और विरासत में नहीँ पायी जाती है।
हर जन्मजात प्रतिभा निश्चित निपुणता से संबंधित है। अगर एक महे आदमी के पास जन्मजात प्रतिभा और समुचित निपुणता होँ, तो उसका बोनस इकट्ठा किया जाता है। इसी तरह सिर्फ निपुणता या प्रतिभा के आदमी की तुलना में विकासित निपुणता और समुचित प्रतिभा के लोग बोनस के ज़्यादा ऊँचे स्तर प्राप्त करेँगे।
उदाहरण: एक महे आदमी के पास जन्मजात प्रतिभा और समुचित निपुणता हैँ। उसकी निपुणता 3 स्तर पर है और निश्चित बोनस के 10% देती है। समुचित निपुणता की प्रतिभा उस को वही बोनस के 5% देती है। यानि जब महे आदमी के पास 3 स्तर पर प्रतिभा और निपुणता होँ, वह समुचित बोनस के 15% प्राप्त करे।
कई विशिष्ट प्रतिभाएँ हैँ, जो महालोगोँ से सिर्फ कई के पास हो सकती हैँ। ये विशिष्ठताएँ किसी भी निपुणता से संबंधित नहीँ हैँ, लेकिन अपने मालिक को अनोखा बोनस देती हैँ। ये विशिष्ट प्रतिभाएँ ये ही हैँ:
- उत्तराधिकारी - सिर्फ तख़्त के उत्तराधिकारी की प्रतिभा हो सकती है। उत्तराधिकारी लड़ाई में +5 हौसला बोनस और राज्यपल होने की स्थिति में प्रदेश में प्रतिदिन +5 सुख बोनस प्राप्त करता है।
- सम्राट - सिर्फ तख़्त के सम्राट की प्रतिभा हो सकती है। सम्राट लड़ाई में +10 हौसला बोनस और राजधानी में प्रतिदिन +10 सुख बोनस प्राप्त करता है (सम्राट सदा राजधानी का राज्यपाल है)।
- अकिर्तिकर - शांति-संधि भंग करके सम्राट यह विशेषता प्राप्त करता है। यह एक बार से ज़्यादा प्राप्त की जा सकती है और असर जमाया जाता है। सम्रट बदलने की स्थिति में यह विशेषता आनुवंशिक नहीँ है। डंड लड़ाई में -5 हौसला है।
महालोगोँ की निपुणताएँ
निपूणताएँ महा आदमी की ऐसी विशेषताएँ है, जो उसके जीवन के दौरान प्राप्त हुई हैँ। राज्यपाल या सेनापति के पद पर रहकर अनुभव के प्राप्त स्तरोन्नयन द्वारा महालोग नयी नपूणताएँ प्राप्त कर सकते हैँ। खेल के शुरू मेँ महेलोगोँ के पास कोई निपूणताएँ नहीँ हैँ। अनुभव का हर अगला स्तर नयी निपूणता पाने की संभावना देता है। यह निपूणता खिलाड़ी से चुनाव की जाती है और महा आदमी को निश्चित बोनस देती है।
निपुणताओँ की दो विधियाँ है - राज्यपाल की निपुणताएँ और सेनापती की निपुणताएँ। हर महा आदमी दोनोँ विधियोँ की निपुणताए प्राप्त कर सकता है। हर निपुणता के ठीक 5 स्तर हैँ, जो अलग-अलग प्राप्त जाते हैँ। जब एक महा आदमी राज्यपाल या सेनापती का अगला स्तर प्राप्त करे, तो खिलाड़ी को समुचित विधि से दोनोँ निपुणताओँ में से एक चुनना चाहिए। जब महा आदमी राज्यपाल का अगला स्तर प्राप्त करे, तो उन को राज्यपाल की दो निपुणताएँ उपस्थित होँ, जब महा आदमी सेनापती का अगला स्तर प्राप्त करे, तो उन को सेनापती की दो निपुणताएँ उपस्थित होँ।
दोनोँ प्रस्तुत निपूणताएँ अभी प्राप्त हुई निपूणता का स्तरोन्नयन या नयी निपूणताएँ हो सकती हैँ। खिलाड़ी निपूणताओँ में से सिर्फ एक का चुनाव कर सकता है। उन में से पहली अभी प्राप्त हुई निपूणता को उन्नति देती है। दूसरी निपूणता नयी है और इस के कारण उसका स्तर पहला होगा। इन स्थिति में, जब महा आदमी के पास कोई निपूणताएँ नहीँ, तो उनको दो नयी निपूणताएँ बेतरतीब रूप से प्रस्तुत होंगी।
अगर महा आदमी के पास सिर्फ 5-वें स्तर की निपूणताएँ होँ, तो उस को बेतरतीब रूप से दो नयी निपूणताएँ उपस्थित होँ। अगर महा आदमी के पास सिर्फ एक निपूणता हो (और वह 5-वेँ स्तर तक विकासित नहीँ हो), तो सिस्टम उस को इस निपूणता की उन्नती और बेतरतीब रूप से एक नयी निपूणता उपस्थित करे। अगर महा आदमी के पास एक के बिना सब निपूणताओँ के विकासित स्तर (5-वेँ के बिना) होँ, तो उस को एकही बाकी नयी निपूणता और उन्नति के लिए बेतरतीब रूप से एक निपूणता उपस्थित होँ। अगर महा आदमी के पास सब संभव निपूणताओँ के पहले से चौथे स्तर तक मौजूद होँ, तो चुनाव बेतरतीब रूप से दोनोँ उसकी निपूणताओँ में से हो। अगर उपस्थित निपूणताएँ खिलाड़ी को संतुष्ट नहीँ करेँ, तो 1700 हीरोँ के लिए खेल नयी को उत्पन्न कर सकता है। अगर सम्राट मर हो जाए या मार जाए और उसके तख़्त पर अन्य महा आदमी बैठे (उत्तराधिकारी), तो उसकी निपूणताएँ पुनः बिठाना मुफ़्त है (अगर उसकी पास ऐसी होँ)। मुफ़्त पुनः बिठाना एक बार संभव है। उपस्थित निपूणताएँ तीन बार बदली हो सकती हैँ और बदल की कीमत 1700 हीरे है। खेल के दौरान हर क्षण में खिलाड़ी के पास महा आदमी की तब तक सब जमायी गयी निपूणताएँ पुनः बिठाने और पोंछने की संभावना होगी। दोनोँ राज्यपाल और सेनापती की निपूणताएँ पुनः बिठा हो सकती हैँ, लेकिन यह दोनोँ पदोँ के लिए अलग-अलग हो जाता है। निपुणताओँ पुनः बिठाने की कीमत 3400 हीरे है। यह विकल्प महा आदमी के प्रोफ़ाइल में समुचित मुख्यालय या सेनापति के टैब में सक्रिय है।
इन निपूणताओँ का चुनाव महा आदमी के प्रोफ़ाइल में हो जाता है।
महा आदमी की निपूणताओँ को पुनः बिठाना का मतलब अनुभव को पुनःअ बिठाना नहीँ है। महा आदमी का अनुभव कभी नहीँ लिया जा सकता है।
निपूणता से बोनस प्राप्त करने के लिए महा आदमी को इस पद पर 1 घंटोँ से होना चाहिए।
निपुणताओँ की विधियाँ
सेनापति की निपुणताएँ:
- धनुर्धरों का कमांडर: सब धनुर्धरोँ का आक्रमण बढ़ाता है। स्तर 1: +2% आक्रमण; स्तर 2: +4% आक्रमण; स्तर 3: +6% आक्रमण; स्तर 4: +10% आक्रमण; स्तर 5: +15% आक्रमण
- पैदल सेना का कमांडर: सब बरछैत और तलवरिये इकाइयोँ का आक्रमण बढ़ाती है। स्तर 1: +2% आक्रमण; स्तर 2: +4% आक्रमण; स्तर 3: +6% आक्रमण; स्तर 4: +10% आक्रमण; स्तर 5: +15% आक्रमण
- अश्वारोही सेना का कमांडर: सब अश्वारोही इकाइयोँ का आक्रमण बढ़ाती है। स्तर 1: +2% आक्रमण; स्तर 2: +4% आक्रमण; स्तर 3: +6% आक्रमण; स्तर 4: +10% आक्रमण; स्तर 5: +15% आक्रमण
- घेराबंदी यंत्रों का जानकार: दुर्ग पर एक वक्त आक्रमण करनेवाले घेराबंदी यंत्रों की हद बढ़ाती है। स्तर 1: +2% हद; स्तर 2: +4% हद; स्तर 3: +6% हद; स्तर 4: +10% हद; स्तर 5: +15% हद
- आक्रमाणकारी: आक्रमण में सेना का हौसला बढ़ाती है। स्तर 1: +2 हौसला; स्तर 2: +4 हौसला; स्तर 3: +6 हौसला; स्तर 4: +8 हौसला; स्तर 5: +12 हौसला
- रक्षक: रक्षा में में सेना का हौसला बढ़ाती है। स्तर 1: +2 हौसला; स्तर 2: +4 हौसला; स्तर 3: +6 हौसला; स्तर 4: +8 हौसला; स्तर 5: +12 हौसला
- दुर्गों का रक्षक: दुर्ग के जीवंत अंक बढ़ाता है। स्तर 1: +4% जीवंत अंक; स्तर 2: +6% जीवंत अंक; स्तर 3: +10% जीवंत अंक; स्तर 4: +14% जीवंत अंक; स्तर 5: +20% जीवंत अंक
- सेनापति का घातक: लड़ाई में विजय की स्थिति में विरोधी सेनापति मारने की संभावना बढ़ाता है। स्तर 1: +5% संभावना; स्तर 2: +10% संभावना; स्तर 3: +20% संभावना; स्तर 4: +30% संभावना; स्तर 5: +50% संभावना
- पलायक: लड़ाई में हार की स्थिति में सेनापति मारे जाने या क़ब्ज़े में पड़ने की संभावना घटाता है। स्तर 1: -5% संभावना; स्तर 2: -10% संभावना; स्तर 3: -15% संभावना; स्तर 4: -20% संभावना; स्तर 5: -25% संभावना
- चिनगारी लगानेवाला: सेना लूट-पाट की शक्ति बढ़ाती है। स्तर 1: +4% लूट-पाट की शक्ति; स्तर 2: +6% लूट-पाट की शक्ति; स्तर 3: +10% लूट-पाट की शक्ति; स्तर 4: +14% लूट-पाट की शक्ति; स्तर 5: +20% लूट-पाट की शक्ति
- लुटेरा: सेना की ले जाने की क्षमता बढ़ाती है। स्तर 1: +4% ले जाने की क्षमता; स्तर 2: +6% ले जाने की क्षमता; स्तर 3: +10% ले जाने की क्षमता; स्तर 4: +14% ले जाने की क्षमता; स्तर 5: +20% ले जाने की क्षमता
- नेता: सेना की रफ्तार बढ़ाती है। स्तर 1: +4% रफ्तार; स्तर 2: +6% रफ्तार; स्तर 3: +10% रफ्तार; स्तर 4: +14% रफ्तार; स्तर 5: +20% रफ्तार
- गैरिज़न का युद्धनीतिज्ञ: दुर्ग के गैरिज़न की बिसात बढ़ाती है। स्तर 1: +4% गैरिज़न की बिसात; स्तर 2: +6% गैरिज़न की बिसात; स्तर 3: +10% गैरिज़न की बिसात; स्तर 4: +14% गैरिज़न की बिसात; स्तर 5: +20% गैरिज़न की बिसात
- मैदानी युद्धनीतिज्ञ: मैदानी सेना के जीवंत अंक बढ़ाती है। स्तर 1: +1% जीवंत अंक, स्तर 2: +2% जीवंत अंक, स्तर 3: +4% जीवंत अंक, स्तर 4: +6% जीवंत अंक, स्तर 5: +10% जीवंत अंक
- आक्रमणकारक युद्धनीतिज्ञ: आक्रमणकारी सेना की सब इकाइयोँ का आक्रमण बढ़ाती है। स्तर 1: +1% आक्रमण, स्तर 2: +2% आक्रमण, स्तर 3: +4% आक्रमण, स्तर 4: +6% आक्रमण, स्तर 5: +10% आक्रमण
- नागरिकों का रक्षक: विरोधी लूट-पाट की स्थिति में दुर्ग के स्तर से जायज़ सुरक्षित असैन्य आबादी की संख्या बढ़ाती है। स्तर 1: +10% बिसात; स्तर 2: +20% बिसात; स्तर 3: +30% बिसात; स्तर 4: +40% बिसात; स्तर 5: +60% बिसात
- संसाधनों का रक्षक: विरोधी लूटने की स्थिति में दुर्ग के स्तर से जायज़ सुरक्षित संसाधनोँ की संख्या बढ़ाती है। स्तर 1: +10% बिसात; स्तर 2: +20% बिसात; स्तर 3: +30% बिसात; स्तर 4: +40% बिसात; स्तर 5: +80% बिसात
- सैनिक स्थान का इंचार्ज: सैन्य स्थान में तैनात इकाइयोँ की हद बढ़ाती है। स्तर 1: +2% हद; स्तर 2: +4% हद; स्तर 3: +6% हद; स्तर 4: +10% हद; स्तर 5: +15% हद
- रक्षक युद्धनीतिज्ञ: रक्षक सेना का आक्रमण बढ़ाता है: स्तर 1: +1% आक्रमण, स्तर 2: +2% आक्रमण, स्तर 3: +4% आक्रमण, स्तर 4: +6% आक्रमण, स्तर 5: +10% आक्रमण
राज्यपाल की निपुणताएँ:
- धनुर्धरों का शिक्षक: सब धनुर्धरोँ के प्रशिक्षण के समय हो घटा देती है। स्तर 1: -5% प्रशिक्षण का समय; स्तर 2: -10% प्रशिक्षण का समय; स्तर 3: -15% प्रशिक्षण का समय; स्तर 4: -20% प्रशिक्षण का समय; स्तर 5: -30% प्रशिक्षण का समय
निपूणता असर डालने के लिए राज्यपाल को पद पर कम से कम 6 घंटे होना चाहिए х4 रफ्तार की दुनिया में/ 2 घंटे होना चाहिए х10 रफ्तार की दुनिया में।
- घेराबंदी यंत्रों का निर्माता: सब घेराबंदी यंत्रों के प्रशिक्षण का समय घटाता है। स्तर 1: -5% प्रशिक्षण का समय; स्तर 2: -10% प्रशिक्षण का समय; स्तर 3: -15% प्रशिक्षण का समय; स्तर 4: -20% प्रशिक्षण का समय; स्तर 1: -30% प्रशिक्षण का समय
निपूणता असर डालने के लिए राज्यपाल को पद पर कम से कम 6 घंटे होना चाहिए х4 रफ्तार की दुनिया में/ 2 घंटे होना चाहिए х10 रफ्तार की दुनिया में।
- पैदल सेना का शिक्षक: सब बर्छैतोँ और तलवरियोँ के प्रशिक्षण के समय हो घटा देती है। स्तर 1: -5% प्रशिक्षण का समय; स्तर 2: -10% प्रशिक्षण का समय; स्तर 3: -15% प्रशिक्षण का समय; स्तर 4: -20% प्रशिक्षण का समय; स्तर 5: -30% प्रशिक्षण का समय
निपूणता असर डालने के लिए राज्यपाल को पद पर कम से कम 6 घंटे होना चाहिए х4 रफ्तार की दुनिया में/ 2 घंटे होना चाहिए х10 रफ्तार की दुनिया में।
- अश्वारोही सेना का शिक्षक: सब अश्वारोही इकाइयोँ के प्रशिक्षण के समय हो घटा देती है। स्तर 1: -5% प्रशिक्षण का समय; स्तर 2: -10% प्रशिक्षण का समय; स्तर 3: -15% प्रशिक्षण का समय; स्तर 4: -20% प्रशिक्षण का समय; स्तर 5: -30% प्रशिक्षण का समय
निपूणता असर डालने के लिए राज्यपाल को पद पर कम से कम 6 घंटे होना चाहिए х4 रफ्तार की दुनिया में/ 2 घंटे होना चाहिए х10 रफ्तार की दुनिया में।
- वनजीवी: लकड़ी की आमदनी बढ़ाती है। स्तर 1: +2% आमदनी; स्तर 2: +4% आमदनी; स्तर 3: +6% आमदनी; स्तर 4: +8% आमदनी; स्तर 5: +12% आमदनी
- खनक: लोहे का उत्पादन बढ़ाता है। स्तर 1: +2% उत्पादन; स्तर 2: +4% उत्पादन; स्तर 3: +6% उत्पादन; स्तर 4: +8% उत्पादन; स्तर 5: +12% उत्पादन
- संग-तराश: पत्थर का उत्पादन बढ़ाता है। स्तर 1: +2% उत्पादन; स्तर 2: +4% उत्पादन; स्तर 3: +6% उत्पादन; स्तर 4: +8% उत्पादन; स्तर 5: +12% उत्पादन
- कर समाहर्ता: करोँ से जमाया गया सोना बढ़ाता है। स्तर 1: +2% सोना; स्तर 2: +4% सोना; स्तर 3: +6% सोना; स्तर 4: +8% सोना; स्तर 5: +12% सोना
- गुरु: सुख को प्रतिदिन बोनस देता है। स्तर 1: +2% सुख; स्तर 2: +4% सुख; स्तर 3: +6% सुख; स्तर 4: +8% सुख; स्तर 5: +12% सुख
- कृषक: फ़ार्मोँ की बिसात बढ़ाता है। स्तर 1: +2% बिसात; स्तर 2: +4% बिसात; स्तर 3: +6% बिसात; स्तर 4: +8% बिसात; स्तर 5: +12% बिसात
- वास्तुकार: घरोँ की बिसात बढ़ाता है। स्तर 1: +4% बिसात; स्तर 2: +6% बिसात; स्तर 3: +10% बिसात; स्तर 4: +14% बिसात; स्तर 5: +20% बिसात
- नौकरशाह: प्रदेश की संग्रहणीयता बढ़ाता है (अधिकतम 100% तक)। स्तर 1: +4% संग्रहणीयता; स्तर 2: +6% संग्रहणीयता; स्तर 3: +10% संग्रहणीयता; स्तर 4: +14% संग्रहणीयता; स्तर 5: +20% संग्रहणीयता
- लोकप्रिय: विद्रोह या विप्लव की संभावना को घटा देता है। स्तर 1: -5% संभावना; स्तर 2: -10% संभावना; स्तर 3: -20% संभावना; स्तर 4: -30% संभावना; स्तर 5: -50% संभावना
- उपनिवेशवादी: उपनिवेश अटूट होने का समय घटा देता है। स्तर 1: -4% समय; स्तर 2: -6% समय; स्तर 3: -10% समय; स्तर 4: -14% समय; स्तर 5: -20% समय
- वहन का विशेषज्ञ: राजधानी से दूरी के कारण उपनिवेश में सुख की हानी घटाता है। स्तर 1: -4% सुख की हानी; स्तर 2: -6% सुख की हानी; स्तर 3: -10% सुख की हानी; स्तर 4: -14% सुख की हानी; स्तर 5: -20% सुख की हानी
- व्यापार का उस्ताद: रियासत की व्यापारिक अंतःशक्ति बढ़ाता है। स्तर 1: +4% व्यापारिक अंतःशक्ति; स्तर 2: +6% व्यापारिक अंतःशक्ति; स्तर 3: +10% व्यापारिक अंतःशक्ति; स्तर 4: +14% व्यापारिक अंतःशक्ति; स्तर 5: +20% व्यापारिक अंतःशक्ति
- संसाधनों का व्यापारी: बाज़ार की बिसात बढ़ाता है। स्तर 1: +10% बिसात; स्तर 2: +20% बिसात; स्तर 3: +30% बिसात; स्तर 4: +40% बिसात; स्तर 5: +60% बिसात
- गुप्तचर: काउंतर-जासूसी के अधिक स्तर देता है। स्तर 1: +1 स्तर; स्तर 2: +2 स्तर; स्तर 3: +3 स्तर; स्तर 4: +4 स्तर; स्तर 5: +5 स्तर
- सम्राज्य का मज़दूर: सुख की हद बढ़ाता है। स्तर 1: +2 सुख; स्तर 2: +4 सुख; स्तर 3: +6 सुख; स्तर 4: +8 सुख; स्तर 5: +12 सुख
- फार्मोँ का जानकार: फार्मोँ की आधारभूत बिसात पर बोनस देता है: स्तर 1: + 1000 बिसात, स्तर 2: + 2000 बिसात, स्तर 3: + 4000 बिसात, स्तर 4: + 6000 बिसात, स्तर 5: + 10 000 बिसात
सम्राट की निपुणताएँ:
ये निपुणताएँ सिर्फ सम्राट के लिए प्रवेश्य हैँ।
- सर्वोच्च सेनापति: सब सेनापति का अनुभव बढ़ाता है। स्तर 1: +2% अनुभव; स्तर 2: +4% अनुभव; स्तर 3: +6% अनुभव; स्तर 4: +10% अनुभव; स्तर 5: +15% अनुभव
- सर्वोच्च राज्यपाल: सब राज्यपालोँ का अनुभव बढ़ाता है। स्तर 1: +2% अनुभव; स्तर 2: +4% अनुभव; स्तर 3: +6% अनुभव; स्तर 4: +10% अनुभव; स्तर 5: +15% अनुभव
- ईश्वरोँ का प्रिय: मंदिर से पुरस्कारोँ को बोनस। स्तर 1: +1% पुरस्कार; स्तर 2: +2% पुरस्कार; स्तर 3: +4% पुरस्कार; स्तर 4: +6% पुरस्कार; स्तर 5: +10% पुरस्कार
- असैनिक वैज्ञानिक: विश्वविद्यालय में अध्ययनोँ के समय को घटा देती है। स्तर 1: -1% समय; स्तर 2: -2% समय; स्तर 3: -4% समय; स्तर 4: -6% समय; स्तर 5: -10% समय
- सैनिक वैज्ञानिक: सैन्य अकादमी में अध्ययनोँ के समय को घटा देती है। स्तर 1: -1% समय; स्तर 2: -2% समय; स्तर 3: -4% समय; स्तर 4: -6% समय; स्तर 5: -10% समय
- अर्थ-शास्त्री: सब सेनाओँ की परवरिश को घटा देती है। स्तर 1: -1% परवरिश; स्तर 2: -2% परवरिश; स्तर 3: -4% परवरिश; स्तर 4: -6% परवरिश; स्तर 5: -10% परवरिश
- बैंकर: जमाओँ की रास बढ़ाती है। स्तर 1: +1% रास; स्तर 2: +2% रास; स्तर 3: +4% रास; स्तर 4: +6% रास; स्तर 5: +10% रास
- वहन का जानकार: सब रियासतोँ में डेपो की बिसात बढ़ाती है। स्तर 1: +5% बिसात; स्तर 2: +10% बिसात; स्तर 3: +15% बिसात; स्तर 4: +20% बिसात; स्तर 5: +30% बिसात
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असैनिक निर्माता: आर्थिक इमारतोँ के निर्माण का समय घटाता है। स्तर 1: -1% समय; स्तर 2: -2% समय; स्तर 3: -4% समय; स्तर 4: -6% समय; स्तर 5: -10% समय
निपूणता असर डालने के लिए सम्राट को पद पर कम से कम 24 घंटे होना चाहिए।
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सैनिक निर्माता: सैन्य इमारतोँ के निर्माण का समय घटाता है। स्तर 1: -1% समय; स्तर 2: -2% समय; स्तर 3: -4% समय; स्तर 4: -6% समय; स्तर 5: -10% समय
निपूणता असर डालने के लिए सम्राट को पद पर कम से कम 24 घंटे होना चाहिए।
- मैदानी जासूस: मैदानी जासूसी का क्षेत्र बढ़ाता है: स्तर 1: +4 सम्राज्य के मील, स्तर 2: +6 सम्राज्य के मील, स्तर 3: +10 सम्राज्य के मील, स्तर 4: +15 सम्राज्य के मील, स्तर 5: +25 सम्राज्य के मील
- जासूसी का उस्ताद: बोनस जासूसी स्तर देता है: स्तर 1: +1 स्तर, स्तर 2: +2 स्तर, स्तर 3: +3 स्तर, स्तर 4: +4 स्तर, स्तर 5: +5 स्तर